Description
भावार्थ रत्नाकर कोर्स भाग -3
प्राचीन शास्त्रों से ज्योतिष सीखें
अध्य्यन विषयवस्तु:
1. भाग्य योग-
- उच्च स्थान प्राप्ति योग
- धन,भाग्य,कीर्ति प्राप्ति योग
- राहु-केतु जन्य भाग्य योग तथा अपवाद
2. राज योग-
- शुक्र-चन्द्र स्थितिवश योग
- अष्टमेश-भाग्येश संबन्ध वश अष्टमेश का योगप्रद होना
- दशमेश एकादशेश के संबन्ध से उत्पन्नयोग
- षष्ठेश सप्तमेश तथा दशमेश जनित राजयोग
- रवि गुरुचन्द्रशनिमङ्गल स्थितिवश राजयोग
- राहु तथा शनि जन्य योग
- देवलोक की प्राप्ति के योग
3. गंगा स्नान योग :
- गङ्ग़ातुल्य नदी स्नान योग
- विष्णुकथादि कथा श्रवण योग
- भाग्यस्थ गुरु-शनि स्थितिजन्य गङ्गा स्नान योग (पितरकर्म निमित्त)
- कर्मप्राबल्य तथा कर्महीन योग
4 . मारक योग –
- व्ययेश धनेश का परस्पर दशाओं मे मारक होना
- व्ययेश तथा द्वितीयेश के प्रबल मारकत्व योग
- षष्ठेश का मारक होना
- अष्टमेश का मारक होना
- षष्ठेश अष्टमेश किन दशाओं अतः अंतर्दशाओं में मारक होंगे इत्यादि
कोर्स हाइलाइट्स
1. प्रारंभ तिथि – 13 मार्च 2022, रविवार
2. भाषा: हिंदी
3. माध्यम: ज़ूम
4. सत्रों की संख्या – 6
5. समय: शाम 7 बजे से रात 9 बजे IST
6. शुल्क – 7500 रुपये / $120
7. सभी प्रतिभागियों को रिकॉर्डिंग और पीडीएफ उपलब्ध कराया जाएगा।
शिक्षक: श्री चंद्रशेखर शर्मा
संपर्क करें: www.astroanuradha.com, या व्हाट्सएप +91 9111415550